हनुमान जी का जन्म शिव का 11 अवतार माना गया है। एक बार हनुमानजी ने देवी सीता से पूछ कि वह वह सिंदूर क्यों लगाती है? तब सीता जी ने बताया कि, भगवान श्रीराम उनके पति हैं और उनकी रक्षा और लंबी आयु के लिए वह सिंदूर लगाती हैं। यह सुनकर हनुमानजी ने सोचा कि यदि देवी सीता जी इतना जरा सा सिंदूर लगा कर भगवान की उम्र बढ़ा सकती है तो वह क्यों न पूरे शरीर में इसे उनके नाम पर लगा लें और उन्होंने पूरे शरीर पर सिंदूर लगा लिया। क्योंकि सिंदूर को बजरंग भी कहा जाता है इसलिए उन्हें बजरंगबली कहा जाने लगा और उन्हें सिंदूर चढ़ाया जाता हैl